Bengal Politics: बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमलों को लेकर प्रियंका गांधी का पहला रिएक्शन, जानें क्या कहा

Bangladesh Crisis: बांग्लादेश में हिंदुओं समेत अन्य अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों और अत्याचारों को लेकर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी का पहला रिएक्शन सामने आया है. प्रियंका गांधी ने सोमवार (12 अगस्त) को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि पड़ोसी देश बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर लगातार हमलों की खबरें विचलित करने वाली हैं.

image credit : harbla

वायरल वीडियो देख जताया दुख
प्रबुद्ध लोगों ने आगे लिखा कि हाल के दिनों में इस्कॉन सेंटर और देश के अन्य इलाकों में कई मंदिरों को जला दिया गया. उनमें तोड़फोड़ की गई. इनके कुछ वीडियो भी वायरल हुए. कई वीडियो में दंगाई हिंदुओं को मारते-पीटते दिख रहे हैं. पत्र में उन्होंने इस घटना पर दुख जताया. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में लंबे समय से हिंदुओं के खिलाफ साजिशें रची जा रही हैं, वहां लगातार हमले किए जा रहे हैं. पत्र लिखने वालों में लेखक अमिश त्रिपाठी, आनंद रंगनाथन और वकील जे साई दीपक जैसे लोग शामिल हैं.वायरल वीडियो देख जताया दुख
प्रबुद्ध लोगों ने आगे लिखा कि हाल के दिनों में इस्कॉन सेंटर और देश के अन्य इलाकों में कई मंदिरों को जला दिया गया. उनमें तोड़फोड़ की गई. इनके कुछ वीडियो भी वायरल हुए. कई वीडियो में दंगाई हिंदुओं को मारते-पीटते दिख रहे हैं. पत्र में उन्होंने इस घटना पर दुख जताया. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में लंबे समय से हिंदुओं के खिलाफ साजिशें रची जा रही हैं, वहां लगातार हमले किए जा रहे हैं. पत्र लिखने वालों में लेखक अमिश त्रिपाठी, आनंद रंगनाथन और वकील जे साई दीपक जैसे लोग शामिल हैं.

25 लाख हिंदुओं का हो चुका है कत्लेआम
1971 में भी पाकिस्तानी सैनिकों ने सबसे ज्यादा हिंदू समुदाय को प्रताड़ित किया. उसने करीब 25 लाख हिंदुओं का कत्लेआम किया था. 2013 से अब तक हिंदुओं पर हमले की 3600 से अधिक घटनाएं घट चुकी हैं, लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा. वहां की सेना ने कहा था कि अल्पसंख्यकों की हर कीमत पर रक्षा की जाएगी, लेकिन स्थिति उसके उलट है. हिंदू परिवारों के घरों और परिवारों को पुलिस और सेना ने ही लूटा है.  स्थिति अब भी गंभीर है.

संयुक्त राष्ट्र ने भी दिया ध्यान

बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ व्यापक और टारगेटेड हिंसा की खबरें आईं, जिस पर संयुक्त राष्ट्र ने भी ध्यान दिया है और मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम बांग्लादेशी सरकार से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा करने को कहा है. नोबेल शांति पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री यूनुस ने भी अल्पसंख्यक समुदायों पर हमलों की निंदा की है और उन्हें “जघन्य” करार दिया है.

नोबेल पुरस्कार विजेता ने हाल ही में बांग्लादेशी विश्वविद्यालय में छात्रों से कहा, “क्या वे इस देश के लोग नहीं हैं? आप (छात्र) इस देश को बचाने में सक्षम हैं; क्या आप कुछ परिवारों को नहीं बचा सकते? वे मेरे भाई हैं. हमने एक साथ लड़ाई लड़ी है, और हम एक साथ रहेंगे.”

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top